Friday, April 10, 2009

लोगों को जगाने आग पर चल रहे डीजीपी विश्वरंजन

छत्तीसगढ़ पुलिस ने अंधविश्वास को दूर करने के लिए मुहिम शुरू किया है। अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस 20 हजार स्व्यं सेवकों की फौज तैयार कर रही है, जो प्रदेश के कोने-कोने में जाकर लोगों को जागृत करेंगे। फिहलहाल इन स्वयं सेवकों के प्रशिक्षण का दौर चल रही है। लंबी छुट्टी पर होने के बावजूद डीजीपी विश्वरंजन खुद इसकी कामन संभाल रहे। अंधविश्वास के खिलाफ समाज को खड़ा करने वे खुद नंगे पैर आग पर चल रहे हैं। सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में उन्होंने रायगढ़ में यह कारनामा किया। छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर टोनही (डायन) का आरोप लगाकर उसे प्रताड़ित करने की सैकड़ों घटनाऍं हो चुकी हैं। सरकार द्वारा इसके खिलाफ कानून बनाए जाने के बावजूद महिलाओं महिलाओं को प्रताड़ित करने वाले समाज के ठेकेदारों पर कोई असर नहीं पड़ा। इसे देखते हुए डीजीपी विश्वरंजन ने जनजागरण की मुहिम शुरू की है। राजय पुलिस ने वर्ष 2009 में टोनही प्रकरणों की दर को शून्य पर स्थिर करने तथा अंधविश्वास आधारित अपराधों के नियंत्रण के लिए विशेष अभियान प्रारंभ किया है। इसके लिए पूरे राज्य में टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है। इसी के तहत रायगढ़ में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें दो सौ से अधिक महिलाओं ने भी जादू-टोने के ट्रिक्स सीखे। दहकते अंगारे पर चलने के ट्रिक्स को करने में झिझक रहे थे। इसकी वजह से डीजीपी को खुद आगे आना पड़ा। उनके आग पर चलने के बाद वहॉं मौजूद सभी लोगों ने एक-एक कर इस ट्रिक्स को किया। विश्वरंजन ने बताया कि अंध विश्वास से जुड़ी घटनाओं को रोकने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसमें समाज से जुड़े लोगों के साथ पुलिस अधिकारियों और चयनित स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं की सहायता ली जा रही। गॉंव-गॉंव में कार्य करने के लिए तैयार किए जा रहे स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के लिए देशभर के विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है। वाह...वाही छत्तीसगढ़ पुलिस की इस मुहिम की देशभर में सराहना हो रही है। विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन नागपुर के अध्यक्ष और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता उमेश चौबे ने इस पहल को देश में अनूठा और अन्य राज्यों के लिए प्रेरणादायक बताया है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम को शुरू करने वाले डीजीपी विश्वरंजन का समिति की तरफ से नागपुर में नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। आगे आए दो और राज्य प्रदेश पुलिस की मुहिम में सहयोगी बनने यहॉं आए बिहार अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य भंते बुद्धप्रकाश और देशभर में अंधविश्वास आधारित सामाजिक अपराधों के खिलाफ मुहिम चलाने वाली संस्था अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने छत्तीसगढ पुलिस के इस अभियान की कार्ययोजना को बिहार एवं महाराष्ट्र सरकार व पुलिस द्वारा लागू कराने का विश्वास जताया है ।

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